श्रीमद भगवद गीता से विचार | Shreemad Bhagwad Geeta BUY NOW
- हर इन्सान को कर्म में विश्वास करना चाहिए, क्योंकि ये जगत ही कर्मलोक है। कर्म आपके हाथ में है, परिणाम नहीं, इसलिए कर्म पर ध्यान लगाएं। याने की सिर्फ काम पर ध्यान लगायें और मेहनत करें।
- भगवान कृष्ण कहते हैं, कि हर वक्त अपनी कामनाओं और इच्छाओं में डूबे रहना ही इंसान के सभी दुखों का कारण है। अगर वो इससे मुक्त होकर अपना कर्तव्य निभाए, तभी उसका जीवन खुशहाल होगा।
- विश्वास रखें कि तुम्हारे साथ जो हुआ वह अच्छा हुआ, जो हो रहा है वो भी अच्छा है और जो होगा वो भी अच्छा होगा।
- जीवन का आनंद ना तो बीते हुए कल में है और ना भविष्य में। बल्कि जीवन का आनंद तो बस आज को जीने में है।
- यदि कोई इन्सान जो चाहता है उसे विश्वास के साथ करता है, तो वह जो चाहे वह बन सकता है।
- अभ्यास से हर चीज़ को नियंत्रित किया जा सकता है।
- सच्चा धर्म यह है, कि जिन बातों को इंसान अपने लिए अच्छा नहीं समझता, उन्हें दूसरों के लिए भी इस्तेमाल ना करें..!
- कोई भी इन्सान अपने विश्वास से बनता है। वह जैसा विश्वास करता है, उसी के अनुसार बन जाता है।
- भगवान कृष्ण कहते हैं, मेरे लिए सभी प्राणी एक जैसे हैं। ना तो कोई मुझे बहुत ज्यादा पसंद है और ना ही कम। लेकिन जो मेरी भक्ति पूरे मन से करते हैं, मैं हमेशा जरूरत पड़ने पर उनके काम आता हूं।
- जो इंसान फल की इच्छा का त्याग कर, सिर्फ कर्म पर ध्यान देता है, वह जरूर ही जीवन में सफल होता है।BUY NOW
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